फिर से लिखो मुझे..!!


एक बार फिर से लिखो मुझे..
बहुत संभव है..
तरल शब्दों में,
अबके नहीं बहेगा अस्तित्व..
और शायद..बच रहेगा..
मेरे हिस्से का गंगाजल..!!

2 comments:

  1. कितना सुन्दर ख्याल है..............मन को छु गया !

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