सूनी सड़क पर
दिन चलता रहा सिर झुकाए..
और..गुलमोहर सुलगता रहा
पिघलते कोलतार पर..
हथेली में रखे अंगार सा..!!

2 comments:

  1. उफ़्…………।गज़ब्।

    ReplyDelete
  2. लाल गुलमोहर ......अंगार सा.....वाह!!!!!!!!सुन्दर कल्पना

    ReplyDelete